Economy-अर्थव्यवस्था
देश की आबादी १३६ करोड़ मगर टैक्सपेयर सिर्फ ८ करोड़. वित्त मंत्री ने संसद में दी अहम जानकारी
M Y Team दिनांक २३ मार्च २०२२
Income Taxpayers in India. अपने देशमे बहुत कम लोग इनकम टैक्स भरते है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को संसद में यह अहम जानकारी दी है. वित्त मंत्री ने राज्य सभा में बताया कि वित्त वर्ष 2019-20 में भारत में 8.22 करोड़ टैक्सपेयर्स थे. इनमें व्यक्ति-इंडिविजुअल्स और कंपनी- कॉरपोरेट दोनों टैक्सपेयर शामिल हैं. इसी समय की देश की आबादी की हम बात करें, तो यह करीब 136 करोड़ के आसपास है.
वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, ”निर्धारण वर्ष- एसेसमेंट ईयर 2020-21 के लिए कुल टैक्सपेयर्स की संख्या 8,22,83,407 है. जबकि 1 मार्च 2021 तक देश की अनुमानित कुल आबादी 136.30 करोड़ है.” टैक्सपेयर्स की इस संख्या में वे व्यक्ति शामिल हैं, इनकम टैक्स और कॉरपोरेट टैक्स का भुगतान करते हैं और जिन्होंने या तो रिटर्न फाइल किया है या जिनके मामले में टीडीएस काटा गया है.
सरकार ने लागू किया NMS सिस्टम
करदाताओंकी इस कम संख्या को देख्सते हुए सरकार ने नॉन-फाइलर्स मॉनिटरिंग सिस्टम (NMS) लागू किया है. इस सिस्टिम द्वारा इनकम डिपार्टमेंट ऐसे व्यक्तियों/संस्थाओं की पहचान करता है जिन्होंने हाई वैल्यू फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन किए हैं, लेकिन नहीं अपना रिटर्न दाखिल किया है. यह सिस्टम इन-हाउस जानकारी के साथ-साथ लेनदेन संबंधी डाटा को समझता और विश्लेषण करता है.
टैक्स नेट में ज्यादा लोगों को लाने की कोशिश
उन्होंने कहा कि टैक्स डिपार्टमेंट की कोशिश संभावित नॉन-फाइलर्स की पहचान कर उन्हें टैक्स के दायरे में लाना है. इसके लिए आउटरीच प्रोग्राम के जरिए वॉलेंटरी कम्प्लायंस को प्रोत्साहित करना, मास मीडिया के जरिए जागरूकता लाना और फील्ड अथॉरिटीज की ओर से रीजन-स्पेशिफिक स्ट्रैटजी तैयार करने जैसे कदम शामिल है. इसमें इनकम टैक्स रिटर्न की प्रक्रिया को असान बनान और फाइलिंग प्रक्रिया को लागू करने के लिए वैधानिक नोटिस जारी करने जैसी पहल भी है. इसके अलावा, आईटीआर फाइल करने और बकाया टैक्स चुकाने के लिए टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से ई-मेल और SMS रिमाइंडर्स भी टैक्सपेयर्स को भेजे जाते हैं. वर्त्तमान की बात करे तो अभी हर १७ भारतीयोंके पीछे १ भारतीय इनकम टेक्स भरता है.
सौजन्य-झीबिज़