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HDFC-HDFC Bank merger: एचडीएफसी का एचडीएफसी बैंक में विलय होगा, टीसीएस से ज्यादा होगा मार्केट कैप
M Y Team-दिनांक ४ अप्रेल २०२२
देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd) का देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) में विलय होगा। एचडीएफसी बैंक ने सोमवार को शेयर बाजार को बताया कि विलय की योजना भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारतीय प्रतिभूति तथा विनिमय बोर्ड (SEBI) सहित विभिन्न नियामक मंजूरियों के अधीन है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि एचडीएफसी बैंक के बोर्ड की चार अप्रैल, 2022 को हुई बैठक में एचडीएफसी लिमिटेड के एचडीएफसी बैंक में विलय की योजना को मंजूरी दी गई। फिलहाल एचडीएफसी की कुल एसेट 6.23 लाख करोड़ रुपये है जबकि एचडीएफसी बैंक की एसेट्स 19.38 लाख करोड़ रुपये की है। प्रस्तावित सौदे के तहत एचडीएफसी लिमिटेड के प्रत्येक 25 इक्विटी शेयरों के लिए एचडीएफसी बैंक के 42 इक्विटी शेयर मिलेंगे। मर्जर के बाद एचडीएफसी बैंक में शत प्रतिशत हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स की होगी। एचडीएफसी लिमिटेड के मौजूदा शेयरधारकों की एचडीएफसी बैंक में 41 फीसदी हिस्सेदारी होगी। मर्जर के बाद HDFC Bank में HDFC की 41 फीसदी हिस्सेदारी होगी I असल में HDFC के बोर्ड आफ डायरेक्टर्स ने निजी क्षेत्र के HDFC Bank के साथ मर्जर को मंजूरी दे दी है I इस मर्जर में कंपनी के शेयरहोल्डर्स और क्रेडिटर्स भी शामिल होंगे I इस डील के तहत HDFC Bank 100 फीसदी सार्वजनिक शेयरधारकों के स्वामित्व में होगा. जबकि HDFC लिमिटेड के मौजूदा शेयरधारकों के पास HDFC Bank में 41 फीसदी हिस्सेदारी होगीI विलय की प्रक्रिया 18 महीने में पूरी होने की उम्मीद है।
मामार्केट कैप की बात करे तो अभी मुकेश अंबानी की रिलांयस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) पहले और टीसीएस (TCS) दूसरे नंबर पर है। विलय के बाद बनने वाली कंपनी का मार्केट कैप टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (TCS) से अधिक होगा।
दोनो कंपनीके शेयरों में उछाल
एचडीएफसी लिमिटेड के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा कि यह बराबर की दो कंपनियों का विलय है। पिछले कुछ साल में बैंकों और एनबीएफसी कंपनियों से जुड़े नियमों को आसान कर रही है और उनमें एकरूपता दिख रही है। इसलिए संभावित मर्जर का रास्ता खुल गया है। इस मर्जर के लिए Morgan Stanley India को HDFC Bank और एचडीएफसी लिमिटेड के लिए Bank of America Merrill Lynch (BofA) Securities को फाइनेंशियल पार्टनर बनाया गया था। इस मर्जर की घोषणा के साथ ही दोनों कंपनियों के शेयरों में भार उछाल देखने को मिला। शुरुआती कारोबार में दोनों के शेयर 15 फीसदी तक उछल गए। सुबह सवा 11 बजे एचडीएफसी बैंक का शेयर बीएसई पर 8.52% तेजी के साथ 1634.70 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। कारोबार के दौरान यह 1721.85 रुपये तक उछला था। एचडीएफसी लिमिटेड का शेयर 11.40% फीसदी तेजी के साथ 2,731.80 रुपये पर था।
HDFC शेयरधारकों को क्या मिलेगा
इस डील की खबर आने के बाद HDFC और HDFC Bank के शेयरों में शानदार तेजी देखने को मिला है. HDFC Bank का शेयर 10 फीसदी से ज्यादा मजबूत हुआ तो HDFC में भी करीब 10 फीसदी की तेजी देखने को मिली है. HDFC शेयरधारकों को प्रत्येक 25 इक्विटी शेयरों के बदले उन्हें संयुक्त कंपनी में शेयर एक्सचेंज रेश्यो के अनुसार 42 इक्विटी शेयर मिलेंगे. HDFC का कहना है कि इस डील का उद्देश्य HDFC Bank के हाउसिंग लोन पोर्टफोलियो को बेहतर बनाना और इसका मौजूदा कस्टमर बेस बढ़ाना है. HDFC और HDFC Bank का यह मर्जर फिस्कल ईयर 2024 की दूसरी या तीसरी तिमाही तक पूरा हो जाएगा.
हाउसिंग फाइनेंस बिजनेस में आएगी तेजी
HDFC ltd के चेयरमैन दीपक पारेख का कहना है कि यह बराबरी का मर्जर है I उन्होंने कहा कि RERA के लागू होने, हाउसिंग सेक्टर को इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा मिलने, अफोर्डेबल हाउसिंग को लेकर सरकार की पहल जैसे तमाम दूसरी चीजों के कारण हाउसिंग फाइनेंस बिजनेस में बड़ी तेजी आएगी I पिछले कुछ साल में बैंकों और NBFC का कई रेगुलेशन बेहतर बनाया गया है I इससे विलय की संभावना बनी है I इससे बड़ी बैलेंस शीट को बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर लोन के अंडरराइटिंग का मौका मिला I साथ ही इकोनॉमी की क्रेडिट ग्रोथ बढ़ी. वहीं अफोर्डेबल हाउसिंग को बढ़ावा मिला और कृषि सहित सभी प्राथमिकता वाले सेक्टर को पहले से ज्यादा कर्ज दिया गया I HDFC Bank के चेयरमैन अतनु चक्रवर्ती का कहना है कि संयुक्त कंपनी को हाउसिंग फाइनेंस बिजनेस में HDFC Limited के प्रोडक्ट व मार्केट लीडरशिप और HDFC Bank के डिस्ट्रीब्यूशन और कस्टमर लीडरशिप का फायदा मिलेगा I उन्होंने इसे पॉजिटिव कदम बताया है. उनका कहना है कि सरकार का उद्देश्य सबको घर देने का है. यह इस दिशा में प्रभावी कदम है I