Ground Report
एम्स गोरखपुरमें पोस्ट कोविड कंसलटेंसी की सुविधा शुरू, २०० बेडका कोरोना सेंटर जल्द होगा शुरू
M Y Team दिनांक १४ मई २०२१
प्रधानमंत्रीपद ग्रहण करतेहि भारत में स्वास्थ्य सुविधाओंके निर्माण कार्य को श्री नरेन्द्र मोदीने बड़ी प्राथमिकता दी हुई है I भारतके कोने कोने में एम्स हॉस्पिटल्स बनानेकी रचना श्री मोदीने अपने कार्यकालकके आरंभमें ही की थी I इसी रचनाके तहत श्री नरेन्द्र मोदीने २२ जुलाई २०१६ को गोरखपुर के एम्स हॉस्पिटलका शिलान्यास किया था I उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथने इसका निर्माण कार्य शीघ्रता से करने में बड़ा योगदान दिया और २४ फेब्रुअरी २०१९ में उधर बाह्य रुग्ण विभाग और कुछ दीनो बाद मेडिकल कोलेज की शुरुआत हुई थी I उत्तर प्रदेशके मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथने इस हॉस्पिटल की निर्माण कार्य शीघ्रगतिसे पूरा होनेके लिए मुख्यमंत्री बनतेहि बड़ी दिलचस्पी ली थी I योगीजीने १० मई २०२१ को खुद उस निर्माण कार्यका और उपलब्ध किये हुए सुविधओंका जायजा लिया और कोरोना संक्रमण काल में हॉस्पिटल बेड की आवश्यकता ध्यान में लेते हुए उस हॉस्पिटलमें अब २०० मरीजोंके लिए कोविड सेंटर शुरू करनेके आदेश दिया है I
गोरखपुर में कोरोना से जंग जीतने के बाद कई तरह की परेशानियों का सामना कर रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर है। ऐसे लोगों के लिए एम्स में पोस्ट कोविड कंसलटेंसी की सुविधा शुरू की गई है। यहां टेली कांफ्रेंसिंग के जरिए लोग अपनी समस्या डॉक्टर से बता सकते हैं। इस दौरान डॉक्टर उन्हें बताएंगे कि जीवन शैली में क्या-क्या बदलाव करने हैं, कौन सी सावधानियां बरतनी हैं और किन दवाओं का इस्तेमाल करना है। हॉस्पिटल की सुविधा जल्दही उपलब्ध की जा रही है I
बता दें कि अभी तक जिले में पोस्ट कोविड कंसलटेंसी की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। एम्स पहला संस्थान है, जहां पोस्ट कोविड कंसलटेंसी की सुविधा शुरू हुई है। इसके लिए चिकित्सकों का पैनल तैयार करने के साथ ही फोन नंबर भी जारी किए गए हैं। इन नंबरों पर फोन कर संबंधित पीड़ित व्यक्ति डॉक्टर से सलाह ले सकेगा।
दरअसल कोरोना संक्रमण से सही होने के बाद भी कई लोगों को कमजोरी, सिर दर्द, कब्ज, घबराहट की समस्या हो रही है। ऐसे में वे परेशान हैं। उनके मन में सेहत को लेकर कई शंकाएं हैं। ऐसे लोगों को पोस्ट कोविड कंसलटेंसी का काफी लाभ मिलेगा। जिला प्रशासन के मुताबिक जो लोग हाल ही में कोरोना को हरा चुके हैं, उसमें से कुछ लोग पोस्ट कोविड दिक्कतों का सामना कर रहे हैं।
कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने कहा कि कोविड से सही होने के बाद बहुत से लोग कई तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इनकी सुविधा के लिए पोस्ट कोविड कंसलटेंसी की सुविधा शुरू की गई है। गोरखपुर में एम्स ऐसा पहला संस्थान है, जहां यह सुविधा शुरू हुई है।
टोसिलिजुमैब इंजेक्शन के लिए एडी हेल्थ से करें संपर्क
गोरखपुर में कोरोना संक्रमण अत्यधिक बढ़ने पर टोसिलिजुमैब इंजेक्शन का प्रयोग किया जाता है। गंभीर मरीजों को डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसे दिया जाता है। गोरखपुर एवं बस्ती मंडल के मरीजों को यह दवा उपलब्ध कराने के लिए कमिश्नर गोरखपुर को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसके लिए गोरखपुर के एडी हेल्थ से संपर्क किया जा सकता है।
वर्तमान में एडी हेल्थ की अनुपस्थिति में डॉ. रक्षारानी यह काम देख रही हैं। उनके पास डॉक्टर के अनुमोदन के बाद आवेदन किया जाएगा। उनकी टीम जांच कर संतुष्ट होगी कि मरीज को इस इंजेक्शन की जरूरत है, उसके बाद कमिश्नर से अनुमोदन प्राप्त करने के बाद इंजेक्शन उपलब्ध कराया जाएगा।
मेडिकल कॉलेज: कंट्रोल रूम में बढ़ाए गए हेल्पलाइन नंबर
गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड के मरीजों के परिजनों को सेहत संबंधी जानकारी देने के लिए कुछ और हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। पहले दो मोबाइल नंबर थे, अब एक मोबाइल व दो लैंडलाइन नंबर और दिए गए हैं। मेडिकल कॉलेज से भी अब मरीजों के परिजनों को फोन कर जानकारी देना शुरू कर दिया गया है।
मेडिकल कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. पवन प्रधान ने बताया कि सूचना देने के लिए लगातार व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है। इस समय ज्यादातर मरीजों के परिजनों को फोन पर उनके मरीज के सेहत की सूचनाएं दी जा रही हैं। सभी वार्ड व आईसीयू में भर्ती मरीजों की सूचनाएं कंट्रोल रूम में दो बार अपडेट की जा रही हैं।
सौजन्य- अमर उजाला