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एप्रिल जून की तिमाहिमे दिल्ली-एनसीआर में मकानों की बिक्री में 50 फीसदी बढ़त
M Y Team दिनांक १४ जुलाई २०२१
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (National Capital Region) में इस साल अप्रैल से मई की तिमाही के दौरान मकानों की बिक्री (House Sale) में 50 फीसदी का इजाफा हुआ है। हालांकि इस दौरान उतने नए प्रोजेक्ट (New Projects) नहीं आए, जितने के आने की संभावना थी। दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) में मकानों की बिक्री में गुरुग्राम सबसे आगे रहा है। इसका खुलासा ऑनलाइन रियल एस्टेट ब्रोकरेज फर्म प्रॉपटाइगरडॉटकॉम की एक रिपोर्ट से हुआ है।
कोरोना की दूसरी लहर में भी बढ़ी मांग
इस रिपोर्ट के मुताबिक देश के सबसे बड़े रियल एस्टेट मार्केट, दिल्ली-एनसीआर, में रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की बिक्री इस साल अप्रैल-जून के दौरान काफी बढ़ी। हालांकि इस दौरान कोरोना महामारी की दूसरी लहर पूरे शबाब पर था। इसके बावजूद अधिक मांग के चलते वार्षिक आधार पर मकानों की बिक्री 50 फीसदी बढ़ी। अपनी तिमाही रिपोर्ट रियल इनसाइट (रेजिडेंशियल) (अप्रैल – जून 2021) में प्रॉपटाइगर ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर के प्राथमिक मार्केटों में बिक्री अप्रैल-जून 2021 के दौरान बढ़कर 2,828 यूनिट हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 1,886 यूनिट थी।
केवल तीन शहरों में बढ़ी मकानों की बिक्री
रिपोर्ट में ट्रैक किए गए आठ प्रमुख मार्केट में केवल तीन शहर- दिल्ली-एनसीआर, अहमदाबाद और हैदराबाद ऐसे थे, जहां बिक्री की संख्या में वृद्धि देखी गई। जबकि शेष पांच शहरों – मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR), पुणे, बेंगलुरु, कोलकाता और चेन्नई में मांग में गिरावट देखी गई। यदि इस कैलेंडर वर्ष की दूसरी तिमाही की बिक्री देखें तो आठ शहरों में बिक्री 16 फीसदी घटकर 15,968 यूनिट रही, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 19,038 यूनिट थी। क्रमिक आधार पर बिक्री में 76 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
ब्याज की कम दर और प्रोपर्टी की स्थिर कीमतें प्रमुख कारक
प्रॉपटाइगरडॉटकॉम के ग्रूप सीओओ मणि रंगराजन का कहना है कि पिछले 5-6 वर्षों में होम लोन पर कम ब्याज दरों और प्रॉपर्टी की स्थिर कीमतों के कारण रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी बहुत सस्ती हो गई हैं। इसके अलावा, कोविड-19 महामारी ने यह महसूस कराया है कि एक घर का मालिक होना कितना महत्वपूर्ण है और वह रिमोट वर्किंग के लिए अनुकूल एक निश्चित आकार का भी हो। इन कारकों ने एक अभूतपूर्व वैश्विक स्वास्थ्य संकट के बीच हाउसिंग, मार्केट को लचीला बनाए रखा है।
दिल्ली एनसीआर दूसरे स्थान पर
मकानों की बिक्री के मामले में दिल्ली-एनसीआर (गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के पांच मुख्य शहरों का एक पूरा समूह ) घरों की बिक्री के मामले में मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) के बाद दूसरे स्थान पर था। यह समूचे देश में घरों की कुल बिक्री में 18 फीसदी का हिस्सा है। मुंबई ने देश में घरों की कुल बिक्री में लगभग 21 प्रतिशत का योगदान दिया। दिल्ली एनसीआर में 1,020 यूनिट की बिक्री के साथ गुरुग्राम की 36 फीसदी की हिस्सेदारी थी जो एनसीआर के प्रमुख शहरों में कुल बिक्री में सबसे अधिक है। फरीदाबाद और गाजियाबाद की क्रमश: 18 फीसदी और 12 फीसदी हिस्सेदारी रही। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी मांग बढ़ी और इनका दिल्ली एनसीआर में कुल बिक्री में 34 प्रतिशत का योगदान था।
नए प्रोजेक्ट की तंगी
कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच बिल्डर्स बड़े पैमाने पर नए प्रोजेक्टों या मौजूदा प्रोजेक्टों के नए फेज को शुरू करने में कतराते रहे। नतीजतन, अप्रैल-जून 2021 के दौरान नए घरों की सप्लाई घटकर मात्र 818 यूनिट रह गई, जो एक साल पहले की अवधि में 2016 यूनिट के साथ 59 प्रतिशत की तेज गिरावट है। तिमाही आधार पर पिछली तिमाही के 4,778 यूनिट के साथ 83 प्रतिशत की गिरावट आई। दिल्ली-एनसीआर में लॉन्च की गई कुल 818 यूनिट में से 94 प्रतिशत नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्थित थीं। गुरुग्राम में नई सप्लाई ठप रही। 2021 की दूसरी तिमाही में फरीदाबाद और गाजियाबाद में कोई नया लॉन्च नहीं हुआ।
सौजन्य-नवभारत टाइम्स