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‘वन नेशन वन कार्ड‘ की तर्ज पर अब लागू होगा ‘एक राष्ट्र एक मानक‘, इसके फायदे रहेंगे अनेक
दी. २४ अगस्त २०२०
‘एक राष्ट्र एक मानक’ को अमलीजामा पहनाने का काम शुरू हो चुका है और इसके लिए विभिन्न वस्तुओं के लिए 268 मानक तैयार किए गए हैं.
केंद्रीय उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) ने ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ (One Nation One Ration Card) की तर्ज पर ‘एक राष्ट्र एक मानक’ (One Nation One Standerd) लागू करने की भी समय सीमा तय कर दी है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 31 मार्च, 2021 से देश में अब एक ही मानक होगा. उन्होंने कहा कि ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ की तर्ज पर अब ‘एक राष्ट्र एक मानक’(One Nation One Standerd) होगा जिसका पालन जरूरी किया जायेगा. मानक तैयार की प्रक्रिया को पूरा करने में लगने वाले समय को अब 24 महीने से घटाकर 18 महीने कर दिया है.
रामविलास पासवान ने कहा है कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के अधिकारी अगले महीने 1 सितंबर से देश के सात बंदरगाहों पर कस्टम के अधिकारियों के साथ मिलकर विदेश से आयात होने वाली वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता के तय मानकों पर खरा उतरने पर ही आयातित वस्तुओं के देश बाजार में प्रवेश की अनुमति होगी।
उन्होंने कहा कि अब अलग-अलग मंत्रालयों के अलग-अलग मानक नहीं बल्कि एक मानक होगा जो भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) का मानक होगा और उसे सख्ती से लागू किया जाएगा.
राम विलास पासवान ने कहा कि मानकों को तय करने और उनके लागू करने का उद्देश्य इंस्पेक्टर राज को वापस लाना नहीं है बल्कि देश के सभी उपभोक्ताओं को अच्छी क्वालिटी का सामान मुहैया कराना है.
उन्होंने कहा कि भारतीय मानक इंटरनेशनल मानदंड के मुताबिक तय होने चाहिए और अन्य देशों की तरह ही आयातित सामान पर अपने मानकों को लागू करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसा इंटरनेशनल वस्तुओं के लिए पारस्परिक आधार पर किया जाना चाहिए और निगरानी तथा जांच के लिए एक सिस्टम बनना चाहिए.
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि ‘एक राष्ट्र एक मानक’ को अमलीजामा पहनाने का काम शुरू हो चुका है और इसके लिए विभिन्न वस्तुओं के लिए 268 मानक तैयार किए गए हैं और बाकी पाइपलाइन में हैं.
उन्होंने बताया कि एक राष्ट्र एक मानक तैयार करने के लिए विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के साथ मिलकर इस दिशा में कार्य जारी है. फिलहाल जिन वस्तुओं का ज्यादा आयात होता है उनके मानक तैयार किए जा रहे हैं. इन वस्तुओं में स्टील के सामान, केमिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद और खिलौने शामिल हैं.
सौजन्य: zeebiz.com