इन्फ्रास्ट्रक्चर- Infrastructure
अमृत भारत स्टेशन योजना Amrit Bharat Station Scheme
योजनाकी विशेषता- भारतमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधामे सबसे रेल्वेका स्थान बहुत महत्वपूर्ण है. इसे ध्यान मे रखते हुए मोदी सरकारने विगत ९ वर्षोमे भारतीय रेलका अभूतपूर्व विकास किया है. इस विकासकारी में प्रवासी सुविधाओंके विकास को महत्वपूर्ण स्थान पहलेसे दिया हुआ है. इसी पहलमें अमृत भारत स्टेशन योजना का नियोजन किया हुआ है. इस योजनाके अंतर्गत भारतके १३०९ पुराने रेलवे स्टेशनोंको पुनर्विकसीत करते हुए अत्याधुनिक ( स्टेट ऑफ़ आर्ट ) इन्फ्रास्ट्रकचर दिया जाएगा.
योजनाकी डिटेल- अमृत भारत स्टेशन योजनाके अंतर्गत दिनांक ६ अगस्त २०२३ को प्रथम चरण ( Phase-I ) की शुरुआत प्रधानमंत्रीजी ने इस योजनाकी आधारशीला रखकर की है. इस चरणमें कुल ५०८ रेल स्टेशनोंका पुनर्विकास किया जाएगा. इस कार्य के लिए केंद्र सरकार कुल २४ हजार ४७० करोड़ रुपयेकी राशि लगाई जायेगी. इस पुनर्विकास में इन रेल स्टेशनोंको एक सिटी सेंटर के स्वरुप में विकसित किया जाएगा.
पीटीआई ने पीएमओ के हवाले से बताया है कि योजना के तहत शहर के दोनों किनारों पर उचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं. स्टेशन बिल्डिंग के डिजाइन में स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला की झलक दिखाई देगी. इन स्टेशनों में यात्रियों की आधुनिक सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा.
योजनामे समाविष्ट स्टेशन- प्रधानमंत्री जिन 508 स्टेशनों की आधारशिला रखने वाले हैं, वो सभी 27 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं. जिनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 55-55, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22, गुजरात और तेलंगाना में 21-21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18 हरियाणा में 15 और कर्नाटक में 13 स्टेशन शामिल हैं. इसके साथ ही चंडीगढ़ में 8, केरल में 5, दिल्ली, त्रिपुरा, जम्मू और कश्मीर तथा उत्तराखंड में 3-3 जबकि हिमाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड और पुदुचेरी में 1-1 स्टेशनों का कायाकल्प होना है.
योजनाका बजट- पुनर्विकास के ये कार्यक्रम अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किए जाएंगे. इस प्रोजेक्ट में 1300 रेलवे स्टेशनों को मल्टी मॉडल हब के तौर पर विकसित किया जाना है. इस पहले फेजमें में 508 रेलवे स्टेशनों पर काम किया जाएगा, जिसका बजट २४ हजार ४७० करोड़ रुपया है.
स्थानीय संस्कृति की झलक–इन स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस करने का लक्ष्य रखा गया है. दो साल के अंदर ये स्टेशन पूरी तरह बदले नजर आएंगे. यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ ही ट्रेन के लोको पायलट के लिए यहां पर सभी सुविधाओं से लैस रनिंग रूम भी हों. स्थानिक प्रोडक्ट के साथ स्थानिक संस्कृति की झलक भी इन स्टेशनोपर देखनेको मिलेगी. स्टेशन बिल्डिंग के डिजाइन में स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला की झलक दिखाई देगी. इन स्टेशनों में यात्रियों की आधुनिक सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा.