Economy अर्थव्यवस्था
खुदरा महंगाई ११ महीने के निचले स्तर पर आई. खाने की चीजें हुईं सस्ती
M Y Team दिनांक १२ दिसंबर २०२२
अपने देश में महंगाई (Inflation) के मोर्चे पर एक अच्छी खबर है। देश में खुदरा महंगाई (Retail Inflation) 11 महीने के निचले स्तर पर आ गई है। सोमवार शाम नवंबर महीने के खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी हुए हैं। ये आंकड़े बताते हैं कि नवंबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) द्वारा मापी जाने वाली खुदरा महंगाई गिरकर 5.88 फीसदी पर आ गई। इससे पहले अक्टूबर 2022 में खुदरा महंगाई 6.77 फीसदी रही थी। वहीं, पिछले साल नवंबर में यह 4.91 फीसदी रही थी। वैश्विक स्तर पर कमोडिटी की कीमतों में गिरावट आने और लोन महंगा होने के चलते खुदरा महंगाई में गिरावट आई है। इस तरह अब खुदरा महंगाई दर आरबीआई के सहनीय स्तर 2 से 6 फीसदी के दायरे में आ गई है। यह इस साल पहली बार है, जब महंगाई आरबीआई के सहनीय स्तर के अंदर है।
खाने की चीजें हुईं सस्ती
केंद्र सरकार ने आरबीआई को यह कहा हुआ है कि वह मार्च 2026 तक महंगाई दर को 2 से 6 फीसदी के दायरे से बाहर नहीं जाने दे। विश्लेषकों ने नवंबर महीने के लिए सालाना महंगाई दर 6.40 फीसदी रहने का अनुमान जताया था। नवंबर महीने में खाद्य महंगाई 4.67 फीसदी रही है। फूड इन्फ्लेशन का सीपीआई बास्केट में करीब आधा हिस्सा रहता है। अक्टूबर महीने में खाद्य महंगाई 7.01 फीसदी रही थी। कमोडिटी और फूड की वैश्विक कीमतों में गिरावट से महंगाई में यह कमी आई।
11 महीने के निचले स्तर पर आई महंगाई
खुदरा महंगाई दर जनवरी से केंद्रीय बैंक की छह फीसदी की संतोषजनक सीमा से ऊपर बनी हुई थी। अब यह 11 महीने के सबसे निचले स्तर पर आ गई है। दिसंबर, 2021 में खुदरा महंगाई दर 5.66 फीसदी रही थी। आरबीआई ने महंगाई को काबू में लाने के लिये पिछले सप्ताह प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 0.35 प्रतिशत बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया था।
औद्योगिक उत्पादन में आई गिरावट
आज औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भी जारी हुए हैं। इन आंकड़ों ने निराश किया है। अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन (IIP) में चार फीसदी की गिरावट आई है। आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में उत्पादन घटने और खनन तथा ऊर्जा उत्पादन में ग्रोथ कमजोर रहने की वजह से यह गिरावट आई। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक अक्टूबर, 2021 में 4.2 फीसदी बढ़ा था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन अक्टूबर, 2022 में 5.6 प्रतिशत नीचे आया। समीक्षाधीन अवधि में खनन उत्पादन में 2.5 प्रतिशत की मामूली वृद्धि हुई और बिजली उत्पादन 1.2 प्रतिशत बढ़ा।
सौजन्य: नवभारत टाइम्स