भारत में डेढ़ लाख करोड़ रुपये का विदेशी निवेश, चीन के खिलाफ बनते माहौल का दिखने लगा असर
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोरोना एवं चीन की विस्तारवादी नीति के खिलाफ बनते वैश्विक माहौल का फायदा भारत को मिलता नजर आने लगा है। पिछले तीन महीनों में भारत में 20 अरब डॉलर (1.50 लाख करोड़ रुपये) के विदेशी निवेश की घोषणा की गई है। कोरोना के दौरान भारतीय नीति और वैश्विक मदद को लेकर भारत की नेक मंशा को देखते हुए अमेरिका से भारत की व्यापारिक नजदीकियां बढ़ती दिख रही है। यही वजह है कि विदेशी निवेश में अमेरिकी कंपनियों की हिस्सेदारी सबसे अधिक है। गूगल, फेसबुक और वालमार्ट जैसी दिग्गज अमेरिकी कंपनियां भारत को निवेश के लिए दुनिया की सबसे माकूल जगह मान रही हैं।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक अभी तो निवेश की शुरुआत भर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत के तहत कई नीतिगत बदलाव किए जा रहे हैं जिससे आने वाले समय में भारत में बिजनेस शुरू करना वर्तमान के मुकाबले काफी आसान होने जा रहा है। 500 से अधिक विदेशी कंपनियां भारत में निवेश के लिए दिलचस्पी दिखाते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के संपर्क में हैं।
हाल के निवेश
गूगलः गूगल ने गत 13 जुलाई को 10 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की। गूगल प्रमुख सुंदर पिचाई ने स्वयं इस निवेश की घोषणा की। उन्होंने सरकार के डिजिटाइजेशन प्रोग्राम को देखते हुए इस निवेश की घोषणा की।
वॉलमार्टः गूगल की घोषणा के ठीक एक दिन बाद दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी वालमार्ट ने फ्लिपकार्ट में 1.2 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की। हालांकि फ्लिपकार्ट में पहले ही वालमार्ट ने 16 अरब डॉलर का निवेश करके इसकी अधिकतर हिस्सेदारी खरीद चुकी है। फिर भी कोरोना के दौरान ताजा निवेश अहम माना जा रहा है।
फॉक्सकॉनः ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी भारत में एप्पल के आईफोन की असेंबलिंग करती है। भारत में एक अरब डॉलर का निवेश करेगी।
फेसबुकः दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी ने भारत के रिलायंस जियो में 5.7 अरब डॉलर का निवेश किया है। यह फेसबुक द्वारा दूसरी कंपनी में किया गया सबसे बड़ा एकल निवेश है।
क्वालकॉम वेंचर्स ने भी रिलायंस जियो में 9.7 करोड़ डॉलर के निवेश का ऐलान किया है।
थॉमसनः फ्रांस की कंपनी थॉमसन भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स खासकर टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन जैसे होम अप्लायंज बनाने के लिए 14.28 करोड़ डॉलर का निवेश कर रही है।
वी वर्क ग्लोबल भारत में अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए 10 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी। हिताची 1.59 करोड़ डॉलर का निवेश करने जा रही है।
किआ मोटर्सः अपने विस्तार कार्यक्रम के तहत किया मोटर्स अनंतपुर जिले में 5.4 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी। सऊदी अरब का पीआईएफ 1.6 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा कर चुकी है।
गूगल की घोषणा के ठीक एक दिन बाद दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी वालमार्ट ने फ्लिपकार्ट में 1.2 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की।
सैमसंगः दक्षिण कोरिया की दिग्गज कंपनी ने अब भारत में अपनी 18 स्मार्टवॉच की पूरी श्रृंखला का विनिर्माण शुरू कर दिया है। कंपनी की नोएडा में सबसे बड़ी स्मार्टफोन विनिर्माण फैसिलिटी है। कंपनी ने एक नई 4जी क्षमता वाली स्मार्टवॉच भी लॉन्च किया है जिसका विनिर्माण भारत में किया जाएगा।
एसजीएसः एसजीएस गुणवत्ता पैकेजिंग में अमेज़न का विश्वसनीय भागीदार है और दुनिया की अग्रणी निरीक्षण, सत्यापन, परीक्षण और प्रमाणन कंपनियों में से एक है। कंपनी ने भारत में अपनी पहली मान्यता परीक्षण प्रयोगशाला के साथ-साथ दुनिया के अन्य हिस्सों, फ्रांस में बोर्डेक्स के सेस्टास में और अमेरिका के एप्पलटन में प्रयोगशालाएं खोली हैं।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक अभी तो निवेश की शुरुआत भर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत के तहत कई नीतिगत बदलाव किए जा रहे हैं जिससे आने वाले समय में भारत में बिजनेस शुरू करना वर्तमान के मुकाबले काफी आसान होने जा रहा है। 500 से अधिक विदेशी कंपनियां भारत में निवेश के लिए दिलचस्पी दिखाते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के संपर्क में हैं।
सौजन्य : दे. जागरण
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