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रोजगार बाजार में सितंबर तिमाही में 14% बढ़ीं नौकरियां; सबसे ज्यादा मौके इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में
M Y Team दिनांक २६ अक्तूबर २०२१
इकोनॉमी के रिकवरी मोड में होने से नौकरियों के मौके भी बढ़ रहे हैं। सितंबर तिमाही में पिछले साल के मुकाबले रोजगार के मौके 14% ज्यादा रहे हैं। यह जानकारी जॉब और रिक्रूटमेंट एजेंसी माइकल पेज इंडिया ने दी है।
नौकरियां सालाना आधार पर 14% बढ़ीं
माइकल पेज के मुताबिक सितंबर तिमाही में नौकरियों के ज्यादातर मौके इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग और टेक्नोलॉजी सेक्टर में बने हैं। कंपनी के एमडी निकोलस डुमोलिन कहते हैं, ‘सितंबर तिमाही में नौकरियां सालाना आधार पर 14% बढ़ी हैं।’
भर्तियों में 50% का उछाल आया
डुमोलिन कहते हैं कि अगर भर्तियों की बात करें तो पिछले साल के मुकाबले इसमें 50% का उछाल आया है। कोविड के बाद कंपनियां भर्तियों के फैसले ज्यादा तेजी से ले रही हैं और बैकलॉग क्लीयर कर रही हैं।
इंजीनियरिंग में सबसे ज्यादा ग्रोथ
यह एक्टिविटी मार्च तिमाही में शुरू हुई, जब कंपनियों ने भर्तियों को लेकर जोर दिखाना शुरू किया। जनवरी से सितंबर 2021 के बीच नौकरियों के मौकों में लगातार बढ़ोतरी हुई। जॉब में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में हुई।
लीगल और HR जैसे नॉन IT भर्तियां भी बढ़ी
माइकल पेज इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, टेक्नोलॉजी सेक्टर सालाना आधार पर 58% ग्रोथ के साथ दूसरे नंबर पर रहा। दूसरे नंबर पर 35% ग्रोथ के साथ लीगल और 25% के साथ ह्यूमन रिसोर्सेज जैसे नॉन आईटी सेक्टर रहे।
इंजीनियरिंग भर्तियां तिमाही आधार पर 20% बढ़ीं
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पिछले कुछ महीनों में टीकाकरण और इकोनॉमिक एक्टिविटी बढ़ने के साथ रोजगार के मौके बढ़े हैं। इस मोर्चे पर इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर आगे रहे हैं, जहां भर्तियां तिमाही आधार पर 20% बढ़ी हैं।
सबसे ज्यादा भर्तियां मार्केटिंग रोल में हुईं
जिन रोल में ज्यादा भर्तियां हुई उनमें मार्केटिंग पहले और टेक्नोलॉजी दूसरे नंबर पर रहा। कोविड के शुरुआती दौर में मार्केटिंग रोल घटने लगे थे, क्योंकि कंपनियों ने सीमित संसाधनों और छोटी टीम के साथ काम करना शुरू किया था।
स्टार्टअप इकोसिस्टम में बड़े पैमाने पर IT जॉब बनीं
जून 2021 के बाद कंपनियों का कामकाज दोबारा शुरू होने लगा। उनमें खाली जगहें तेजी से भरने की जरूरत महसूस हुई। इससे मार्केटिंग प्रोफेशनल की डिमांड में तेज उछाल आई। स्टार्टअप इकोसिस्टम में हायरिंग बढ़ने से बड़े पैमाने पर IT जॉब भी बनीं।
सौजन्य- दैनिक भास्कर