Business- बिजनेस
भारतीयोने नहीं बदला है किराना खरीदारी का तरीका. किराना खरीदारी के लिए ८६ % लोगों की पहली पसंद पड़ोस की दुकान ही है.
M Y Team. दिनांक ३ नवंबर २०२२
ऑनलाइन शॉपिंग के इस दौर में जब किराना सामान खरीदने की बात होती है तो 86% लोग अपने पड़ोसी दुकानदार को ही तरजीह देते हैं। केवल 2% लोग किराना खरीदने के लिए के लिए ऐप का उपयोग करते हैं। रिसर्च एजेंसी एक्सिस माई इंडिया ( Axis my India ) के ताजा कंज्यूमर सेंटिमेंट सर्वे में यह जानकारी सामने आई है।
इसके मुताबिक, ऑनलाइन किराना खरीदने वाले 17% उपभोक्ता अमेजन का, जबकि 15% फ्लिपकार्ट का उपयोग करते हैं। 8% लोग जियो मार्ट से खरीदारी करते हैं। इस सर्वे में 10,207 लोगों की राय जानी गई। इसमें 70% लोग ग्रामीण इलाकों से थे और शेष 30% लोग शहरी इलाकों से थे।
त्योहारों पर 37% ने ओन लाइनखरीदे कपड़े
अक्टूबर में त्योहारों के दौरान 11% परिवारों का टीवी, फ्रिज जैसी गैर-जरूरी चीजों पर खर्च बढ़ गया। इस दौरान 29% उपभोक्ताओं ने जरूरत से अधिक खरीदारी की। 37% ने कपड़े, 23% ने किराना और 14% ने फूड प्रोडक्ट पर ज्यादा खर्च किया। 6% लोगों ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खरीदे। त्योहारों के दौरान 17% लोगों ने ज्वेलरी खरीदी। इसमें से 13% खरीदारों ने अपने फैमिली ज्वेलर या स्थानीय ज्वेलर से ज्वेलरी खरीदी, वहीं 4% ने ब्रांडेड या हॉलमार्क ज्वेलरी शॉप्स से खरीदारी की।
59% लोगों के घरेलू खर्च में हुई बढ़ोतरी
सर्वे के मुताबिक सर्वे में शामिल 59% लोगों का घरेलू खर्च बीते माह बढ़ा है। 8% लोगों ने खर्च घटने और 33% लोगों ने बीते साल के समान खर्च रहने की जानकारी दी है। 46% परिवारों के लिए जरूरी वस्तुओं पर खर्च बढ़ गया है। 39% परिवारों के लिए स्वास्थ्य से संबंधित खर्च बढ़ा है।
इंडिया कंज्यूमर सेंटिमेंट इंडेक्स
उप-सूचकांक | बढ़ा | घटा | यथावत |
घरेलू खर्च | 59% | 08% | 33% |
अनिवार्य खर्च | 46% | 18% | 36% |
गैर-जरूरी खर्च | 11% | 07% | 82% |
स्वास्थ्य पर खर्च | 39% | 16% | 44% |
मनोरंजन खपत | 21% | 24% | 55% |
मोबिलिटी ट्रेंड | 07% | 08% | 85% |
त्योहारों के दौरान बढ़ गया कंज्यूमर का कॉन्फिडेंस
एक्सिस माई इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रदीप गुप्ता कहते हैं कि भारत की स्थिर आर्थिक वृद्धि और कीमतों में गिरावट के अलावा महीने भर चले फेस्टिवल सीजन से बीते माह कंज्यूमर कॉन्फिडेंस में सुधार हुआ है। ऑनलाइन एप के बावजूद स्थानीय किराना दुकानें अभी भी दैनिक किराना खरीदारी के लिए लोगों की पहली पसंद बनी हुई हैं।